The best Side of Shodashi
Wiki Article
The murti, that's also noticed by devotees as ‘Maa Kali’ presides over the temple, and stands in its sanctum sanctorum. Below, she's worshipped in her incarnation as ‘Shoroshi’, a derivation of Shodashi.
ऐं क्लीं सौः श्री बाला त्रिपुर सुंदरी महादेव्यै सौः क्लीं ऐं स्वाहा ह स क ल ह्रीं ह स क ह ल ह्रीं स क ल ह्रीं ॐ ह स क ल ह्रीं ह स क ह ल ह्रीं स क ल ह्रीं
कामेश्यादिभिरावृतं शुभ~ण्करं श्री-सर्व-सिद्धि-प्रदम् ।
Unauthorized use or duplication of the materials with no express and written permission from This page’s operator is strictly prohibited.
Her type is alleged to get the most attractive in the many three worlds, a natural beauty that isn't merely Bodily and also embodies the spiritual radiance of supreme consciousness. She is often depicted to be a resplendent sixteen-yr-previous Woman, symbolizing eternal youth and vigor.
ऐसा अधिकतर पाया गया है, ज्ञान और लक्ष्मी का मेल नहीं होता है। व्यक्ति ज्ञान प्राप्त कर लेता है, तो वह लक्ष्मी की पूर्ण कृपा प्राप्त नहीं कर सकता है और जहां लक्ष्मी का विशेष आवागमन रहता है, वहां व्यक्ति पूर्ण ज्ञान से वंचित रहता है। लेकिन त्रिपुर सुन्दरी की साधना जोकि श्री विद्या की भी साधना कही जाती है, इसके बारे में लिखा गया है कि जो व्यक्ति पूर्ण एकाग्रचित्त होकर यह साधना सम्पन्न कर लेता है उसे शारीरिक रोग, मानसिक रोग और कहीं पर भी भय नहीं प्राप्त होता है। वह दरिद्रता के अथवा मृत्यु के वश में नहीं जाता है। वह व्यक्ति जीवन में पूर्ण रूप से धन, यश, आयु, भोग और मोक्ष को प्राप्त करता है।
हस्ताग्रैः शङ्खचक्राद्यखिलजनपरित्राणदक्षायुधानां
The above mentioned 1 just isn't a story but a legend and also a actuality since the individual blessed by Sodhashi Tripur Sundari, he gets the regal person. He achieves almost everything on account of his knowledge, would like and workmanship.
या देवी हंसरूपा भवभयहरणं साधकानां विधत्ते
श्वेतपद्मासनारूढां शुद्धस्फटिकसन्निभाम् ।
The noose represents attachment, the goad signifies repulsion, the sugarcane bow signifies the thoughts and the arrows tend to be the 5 sense objects.
हादिः काद्यर्णतत्त्वा सुरपतिवरदा कामराजप्रदिष्टा ।
Stage two: Get a picture of Mahavidya Shodashi and position some bouquets before her. Offer incense sticks to her click here by lighting a similar in front of her photo.
॥ अथ त्रिपुरसुन्दर्याद्वादशश्लोकीस्तुतिः ॥